अभियंता संघ की बैठक संपन्न, केंद्रीय विद्युत मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार पर आयातित कोयला उपयोग करने का दबाव बर्दास्त नहीं

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल अभियंता संघ की बिलासपुर इकाई की आम सभा एवं केंद्रीय कार्यकारिणि की विशेष बैठक संघ के प्रादेशिक अध्यक्ष इंजी राजेश पांडेय एवं महासचिव इंजी सी एस सिंह के नेतृत्व में सम्पन्न हुई। उल्लेखनीय है कि संघ राज्य विद्युत कम्पनियों में कार्यरत समस्त सहायक अभियंताओं से कार्यपालक निदेशक स्तर तक के समस्त विद्युत अभियंताओं की एकमात्र प्रतिनिधि संस्था है। बैठक में बिजली क्षेत्र के समक्ष मौजूदा चुनौतियों से ले कर मैदानी अभियंताओं की समस्याओं तक पर गंभीर मंथन हुआ। केंद्रीय विद्युत मंत्रालय द्वारा राज्य पर कोयले के आयात हेतु अनुचित एवं अतार्किक दबाव डालने पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई। बताया गया कि जो छत्तीसगढ़ राज्य पूरे देश में कोयला भेजता है, उसे अपने ही उत्पादन गृहों के लिए विदेशों से कोयला आयात करने के लिए धमकाया जा रहा है। यदि ऐसा हुआ तो मात्र दस प्रतिशत कोयला आयात करने पर ही बिजली की दरों में अभूतपूर्व वृद्धि संभावित है, जो कतई प्रदेश हित में नही होगी। संघ इस विषय पर राज्य शासन से हस्तक्षेप का अनुरोध कर रहा है। चर्चा में राज्य में नए विद्युत संयंत्रों की स्थापना हेतु भी प्रयासों में और भी तीव्रता हेतु निश्चय किया गया ताकि आने वाले समय मे प्रदेश को विद्युत संकट से न गुजरना पड़े। विद्युत कंपनियों में 2004 के बाद नियुक्त अभियंताओं एवं कार्मिकों हेतु पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली का मुद्दा भी बड़ी संजीदगी से उठा और इस विषय पर निरन्तर प्रयास का संकल्प लिया गया।

चर्चा में विद्युत वितरण में कार्यरत अभियताओं को संसाधनों की आवश्यकता पर भी विस्तृत चर्चा की गई। पम्प कनेक्शन हेतु नए ट्रांसफॉर्मर्स एवं उपलब्ध ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता वृद्धि का प्रस्ताव प्रबंधन के सामने रखने का भी निर्णय लिया गया। इससे एक ओर उपभोक्ता सेवाओं में बेहतरी होगी, जरूरतमंद किसानों को नए कनेक्शन मिल सकेंगे, वहीं वितरण कंपनी को भी लाभ होगा। तकनीकी उन्नयन योजना में 11के वी और 33 के वी पर ए पी एफ सी लगा कर वोल्टेज की समस्या और लाइन लॉस काम करने के ऊपर प्रस्ताव तैयार करने की रूपरेखा बनी। यह भी कि राष्ट्रीय विद्युत नीती के अनुरूप सभी को सालाना ट्रेनिंग दिए जाने पर भी बल दिया गया। बैठक में मड़वा प्लांट में शिक्षा सुविधा और ट्रांसमिशन से संबंधित विभिन्न तकनीकी विषयों और कठिनाई पर भी चर्चा की गई।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि बिलासपुर में संघ के नेतृत्व में “सेवा से उपभोक्ता विश्वास” के पायलट प्रोजेक्ट के सम्बंध में कार्ययोजना बनाई जाएगी। ज्ञातव्य हो कि 1994 में ऐसी एक योजना व्यपक रूप से सफल हुई थी और उसके बाद “बिलासपुर मॉडल” न केवल देश मे वरन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना का विषय बना था। इसके अंतर्गत उपभोक्ताओं की परिवेदनाओं का त्वरित और संवेदनशील तरीके से निवारण हेतु कार्य किया जाएगा।
आज की बैठक में संघ की क्षेत्रीय इकाई का निवार्चन भी हुआ। सर्वसम्मति से इंजी संजय पटेल, कार्यपालक निदेशक क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं इंजी सी एम बाजपेई क्षेत्रीयसचिव चुने गए। आपके अतिरिक्त इंजी गणेश जायसवाल क्षेत्रीय वित्त सचिव इंजी केसकर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष एवं ईजी पी. राजकुमार, ईजी भरत नेताम, ईजी अंशु वर्शने, ईजी पंकज चौधरी क्षेत्रीय कार्यकारणी सदस्य चुने गए। आज के कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न अंचलों से प्रतिनिधि अभियंताओं के साथ केंद्रीय कार्यकरणी के सभी अभियंताओं ने भाग लिया। कार्यकारिणी द्वारा इंजी मनोज वर्मा एवं इंजी अमर चौधरी को विशेष आमंत्रित के रूप में अंगीकृत किया। कार्यक्रम का संचालन संघ की प्रादेशिक प्रचार सचिव इंजी शिखा मिश्रा सिंह ने किया एवं कार्यक्रम का समापन प्रादेशिक कार्यकारिणी सदस्य इंजी मधु केरकेटा द्वारा आभार प्रदर्शन से हुआ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *