फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़, कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर कराते थे ई-चालान का भुगतान, 25 कंप्यूटर, 35 मोबाईल के साथ 6 गिरफ्तार

रायपुर। प्रदेश की राजधानी रायपुर की पुलिस ने एक फर्जी कालसेंटर का भंडाफोड़ किया है। इस काल सेंटर से लोगों को कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर ई-चालान भुगतान अपने अकाउंट में करा लेते थे। आरोपियों से 25 कम्प्यूटर, 35 मोबाईल फोन, दर्जनों फर्जी सिम, डॉयलर मशीन, पेन ड्राईव, 02 नग लैपटॉप, फर्जी दस्तावेज जब्त किए है।

राजधानी में फर्जी कॉल सेंटर और ई-चालान का भांडाफोड़ किया है। हितेश कुमार साहू ने पुरानी बस्ती थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह सुभाष नगर प्रोफेसर कालोनी में किराये के मकान में रहता है। यातयात पुलिस रायपुर द्वारा बिना हेलमेट वाहन चलाने के संबंध में ई-चालान जारी किया था। जिसकी सूचना प्रार्थी को उसके मोबाईल नम्बर में मैसेज के माध्यम से प्राप्त हुई। प्रार्थी ने उक्त चालान का भुगतान उस समय नहीं किया गया था। इसी दौरान 01.07.2022 को मोबाईल नंबर 8745087152 तथा 8874635467 से एक महिला द्वारा प्रार्थी के मोबाईल नम्बर में व्हाट्सएप के माध्यम से ई-चालान एवं क्यू आर कोड भेजकर, उस कोड के माध्यम से भुगतान करने की बात कही गई। महिला ने स्वयं को सी.जे.एम. कोर्ट बिलासपुर से होना बताया और चालान का भुगतान नहीं करने पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की बात कही गयी। प्रार्थी दिनांक 01.07.2022 को दोपहर 02.44 बजे उसी क्यू.आर. कोड के माध्यम से 500/- रूपये का भुगतान किया। प्रार्थी द्वारा ऑनलाईन स्टेटस चेक करने पर भुगतान नहीं होना तथा यातायात पुलिस द्वारा किसी भी व्यक्ति को क्यू.आर. कोड भेजकर पेमेंट प्राप्त करना नहीं बताया गया। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना पुरानी बस्ती में धारा 170, 419, 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया। यातायात पुलिस रायपुर के नाम पर ई-चालान एवं क्यू.आर.कोड भेजकर ठगी करने का यह पहला मामला आया था लिहाजा की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर प्रशांत अग्रवाल ने इसे गंभीरता से लिया और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी को निर्देशित किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध के निर्देशन में ए.सी.सी.यू. की विशेष टीम गठित कर घटना के सभी पहलुओं का तकनीकी रूप से जांच करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मोबाईल नंबर्स तथा ट्रांजक्शन हिस्ट्री प्राप्त किया गया फिर आरापियों को चिन्हांकित किया गया। टीम के जांच पर दिल्ली, उ.प्र. के कुछ संदिग्ध मोबाईल नंबरों की जानकारी प्राप्त हुई जो दिल्ली के तिलक नगर के ईलाके से फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे तथा अलग – अलग राज्यों में न्यायालय में ई-चालान भुगतान करने के लिए कॉल कर रहे थे। भुगतान नहीं करने पर कानूनी कार्यवाही का डर दिखाकर क्यू.आर. कोड भेजकर अवैध भुगतान प्राप्त कर रहे है। विवेचना में प्राप्त जानकारी के आधार पर तत्काल विशेष टीम दिल्ली एवं उ.प्र. हेतु रवाना किया गया। 10 सदस्यीय टीम दिल्ली/उ.प्र. के मयूर विहार, अशोक नगर, तिलक नगर एवं मुजफ्फर नगर पहुंचकर वहां पर प्राप्त मोबाईन नंबरों के लोकेशन के आधार पर आरोपियों के संबंध में जानकारियां जुटाना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्य डी.टी.सी. कुरियर का कुरियर ब्वॉय बनकर आरोपियों के मोबाईल नंबरों के लोकेशनों में जाकर उनके ठिकानों को तस्दीक किया गया। टीम के सदस्यों ने दिल्ली के तिलक नगर में वेल्यू सर्विसेस प्राय.लिमि. कंपनी के नाम पर कॉल सेंटर का संचालित होना पाया गया जहां टीम द्वारा रेड कार्यवाही की गई। रेड कार्यवाही के दौरान कुछ युवक एवं युवतियां फोन पर कॉल करते हुए मिले। कॉल सेंटर में 02 युवक तथा 04 युवतियां मिले जो अपना नाम क्रमशः विभांशु गर्ग, सुमित कुमार ठाकुर, नेहा शर्मा, रानी, सत्या एवं जन्नत अंसारी होना बताया। कंपनी के डायरेक्टर विभांशु गर्ग ने बताया कि वह एम कॉम व एम.बी.ए. की पढ़ाई किया है तथा 02 वर्ष पूर्व घुमले कंपनी टूर एण्ड ट्रेवल्स का संचालन करता था साथ ही लेट्स कनेक्ट कंपनी जिसमें सॉफ्टवेयर डेव्हलमपेंट, एप्प्लीकेशन डेव्हलमपेंट, वेब साईट डेव्हलमपेंट, गुगल एडवर्स, यू-ट्यूब प्रमोशन एण्ड डेव्हलमपेंट, कनटेंट राईटिंग, वर्चुवल नंबर एवं सोशल मीडिया प्रमोशन का काम करता था। इसी दौरान कुछ डाटा वेंडर्स के संपर्क में आया और वेंडर्स से अलग – अलग राज्यों के ई-चालान का डाटा खरीदकर फर्जी ई-चालान का पेमेंट प्राप्त करने के लिए तिलक नगर में वेल्यू सर्विसेस प्राय.लिमि. कंपनी खोलकर फर्जी ई-चालान का काम करना प्रारंभ किया। वर्क इंडिया एप के माध्यम से कंपनी में काम करने के लिये युवक एवं युवतियों को अपाईंट किया तथा उन्हें ट्रेनिंग देकर फर्जी ई-चालान से भुगतान फर्जी खातों में रकम ट्रांसफर कराकर प्राप्त करने लगा। कॉल सेंटर से करीबन 25 कम्प्यूटर, 35 मोबाईल फोन, दर्जनों फर्जी सिम, डॉयलर मशीन, पेन ड्राईव एवं 02 नग लैपटॉप बरामद किया गया है, जिसमें विभिन्न राज्यों के ई-चालान का डाटा प्राप्त हुआ है। आरोपियों द्वारा फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से उड़ीसा, हिमांचल प्रदेश, उ.प्र., बिहार के लोगों के साथ भी ठगी किया गया है।

आरोपीगण:- 01. विभांशु गर्ग उर्फ गौरव पिता सतीश चंद गर्ग उम्र 36 साल निवासी 485 कंबल वाला बाग नई मंडी मुजफ्फर नगर (उ.प्र.) अस्थाई सी/126 फेस 01 मयूर विहार । 02. सुमित कुमार ठाकुर पिता दिनेश ठाकुर उम्र 25 साल निवासी ग्राम धकजारी थाना रूनिशादपुर जिला सीतामढ़ी (बिहार)। 03. नेहा शर्मा उर्फ तनिशा पिता सुरेन्द्र शर्मा उम्र 20 साल निवासी हरि नगर विक्रांत एन्क्लेव के सामने थाना मायापुरी जिला वेस्ट दिल्ली। 04. रानी उर्फ कोमल पिता दिनेश हरिजन उम्र 21 साल निवासी मायापुरी फेस-01 इंडस्ट्रियल एरिया म.नं. 18/10 थाना मायापुरी जिला वेस्ट दिल्ली। 05. सत्या उर्फ शमिता पिता योगेन्द्र राम हरिजन उम्र 20 साल निवासी हरिनाथ अग्रवाल स्वीट्स के पास थाना मायापुरी। 06. जन्नत अंसारी उर्फ काव्या पिता मोह. अजीज उम्र 25 साल निवासी निवासी जहांगीरपुरी सी-ब्लॉक 844, 845 थाना आदर्शनगर न्यू दिल्ली। जप्त मशरूका:- 01. 25 कम्प्यूटर, 02. 35 मोबाईल फोन, 03. दर्जनों फर्जी सिम, 04. डॉयलर मशीन, 05. पेन ड्राईव 06. 02 नग लैपटॉप 07. फर्जी दस्तावेज

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