शहद और जड़ी बूटी बेचकर दिन में करते थे रेकी, रात में करते थे चोरी, चार आरोपी कट्टा कारतूस और गहनों के साथ गिरफ्तार, पुलिस का बड़ा खुलासा

रायगढ़। शहर के अलग अलग क्षेत्रों में हो रही चोरियों को लेकर पुलिस बड़ा खुलासा किया है। एक ऐसे गिरोह को पुलिस ने पकड़ा है जो दिन में जड़ी बूटी और शहद बेचकर रेकी करते थे फिर रात में चोरी करते थे। पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा है जिनसे देशी कट्टा और कारतूस के अलावा 2 लाख 36 हजार रुपए नगद और सवाल लाख रुपए के गहने जब्त किए है।
माह मार्च के अंतिम सप्ताह में तीन दिन तक लगातार चक्रधरनगर, जूटमिल और कोतरारोड क्षेत्र में सिलसिलेवार तरीके से चोरी की घटना घटित हो रही थी। जांच टीम ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार को अवगत कराये कि सभी चोरियों में लगभग एक ही तरीके से चोरी किया गया था। एसएसपी सदानंद कुमार ने थानों की टीम के साथ साइबर सेल को पतासाजी के लिए लगाया गया। एडिशनल एसपी रायगढ़ संजय महादेवा और साइबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर साइबर सेल और थानों की टीम ने आरोपियों के चोरी के पैटर्न और सीसीटीवी एनालिसिस करते हुए जांच आगे बढ़ा रही थी। टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव और टीआई जूटमिल राम किंकर यादव अपने इलाके के संदेहियों की धरपकड़ कर पूछताछ कर रहे थे और सायबर सेल की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। जांच आई दौरान पता चला कि संदेहियों के चक्रधरनगर कोतरलिया रेल्वे स्टेशन के बाहर डेरा लगा के बैठे है। यह भी पता चला कि डेरा खालीकर जाने की तैयारी में है। तत्काल साइबर सेल, चक्रधरनगर और जूटमिल पुलिस की टीम ने 4 डेरा वाले- किशन खैरवार, राजकुमार खैरवार, चिड़ीमार खैरवार और बीरन खैरवार सभी निवासी पलामू झारखंड को हिरासत में लिया। पकड़े गये संदेहियों में से एक के पास देशी कट्टा और पांच जिंदा करतूस के साथ नकदी रकम 2,36,000 रूपये और सोने-चांदी के जेवरात बरामद किये। कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने पिछले साल दिसंबर माह में घरघोड़ा क्षेत्र में हुई चोरी के साथ विगत मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जिले में हो रही सिलसिलेवार नकबजनी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। आरोपियों का एक साथी रामू खैरवार फरार है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सभी पलामू जिले के डाल्टनगंज इलाके के रहने वाले हैं, छत्तीसगढ़ के कई जिलों में डेरा कर रूकते हैं । वर्तमान में आरोपियों द्वारा जिला कोरिया बैकुंठपुर के महामाया मंदिर रेल्वे स्टेशन के पास अपना ठिकाना बनाकर रह रहे थे। ये लोग अलग-अलग राज्यों के शहरों में दिन के समय घूम-घूम कर मधुरस (शहद) बेचने के बहाने से गली मोहल्लों के बंद मकानों की पहचान करते हैं और उसी रात सभी मिलकर चोरियों को अंजाम देते हैं। ये दिन के समय शहद बेचने के अलावा अपने गले में गेरुवा रस्सी डाल कर बताते कि इनसे गौ हत्या हुई है और सहयोग (रूपये) मांग कर रेकी करते थे और रात में चोरी के लिये अपने साथ बसुला लेकर घूमा करते थे।
00 इन चोरियों का खुलासा:
आरोपियों ने बताया कि दिसंबर माह में छत्तीसगढ़ के घरघोड़ा शहर में अपने साथियों के साथ डेरा लगाए थे। इस दौरान (1) हाई स्कूल घरघोड़ा के पास कॉलोनी के बंद मकान में ताला तोड़कर सोने चांदी के जेवरात और नगदी रकम की चोरी किए और पकड़े जाने के डर से सभी सक्ती जिला जाकर डेरा लगा कर रह रहे थे। फिर वहां भी चोरी/नकबजनी अंजाम दिये। सक्ती से वापस पिछले महीने मार्च में रायगढ़ आकर चक्रधरनगर के कोतरलिया रेल्वे स्टेशन के बाहर, रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के समीप डेरा बनाकर रुके थे। सभी अपने डेरे से प्रतिदिन शहर के विभिन्न वार्ड मोहल्लों में जाकर सुबह के समय मधुरस बेचने के बहाने बंद मकानों की पहचान करते थे। आरोपियों ने बताया कि 29 मार्च की रात (2) कोतरारोड रेलवे लाइन के पास बंद मकान का ताला तोड़कर सोना चांदी के जेवरात और नकदी रकम चोरी की थी (3) विनोबानगर पानी टंकी के पास मकान से सोने चांदी के जेवर चोरी किये और उसी रात (4) जूटमिल के सांगीतराई के मकान में करीब 1,50,000 के जेवरातों की चोरी को अंजाम दिए थे। सिलसिलेवार चोरी के क्रम में 30 मार्च की रात आरोपियों द्वारा पहाड़मंदिर के आगे (5) महापल्ली में एक बड़ी चोरी को अंजाम दिए जहां इन्हें नगदी रकम करीब ₹4,50,000 और सोने चांदी के जेवरात मिले। आरोपियों में रामू खरवार ने अपने साथियों को सुझाया की जेवरातों को रायगढ़ में बेचने से पकड़े जाएंगे। तब रामू खैरवार ने जेवरातों को बाहर जाकर बेचने की योजना बनाया। आरोपियों ने बताया कि जिले की चोरियों में मिले नगदी रकम और सोने चांदी के जेवरातों को सभी आरोपियों आपस में बांटे और पुनः डेरा लेकर चरचा कॉलरी एरिया में जाकर ठहर गए। इनके डेरा में 10 से 12 लोग होते हैं जिनमे बच्चे और महिलाएं भी होती हैं। रायगढ़ जिले के अतिरिक्त आरोपियों ने सक्ती और जांजगीर जिले में पिछले साल अक्टूबर महीने में और पुनः जनवरी में चोरी की वारदात को अंजाम देना भी बताये हैं ।
00 पकड़े गए 4 आरोपी किशन खैरवार, बीरन खरवार, राजकुमार खैरवार और चिड़ीमाल खैरवार से पुलिस ने ₹2,36,050 नगद और करीब 1,25,000 रूपये के सोने चांदी के जेवरात की बरामद किया गया है। आरोपियों के डेरा की तलाशी, मेमोरेंडम के दौरान आरोपी बीरन खरवार के पास से एक देशी कट्टा, 05 जिंदा राउंड, 06 मोबाइल तथा घटना में प्रयुक्त हथोड़ा, बसुला, रस्सी (गेरुवा रस्सी), लोहे का राड (सुम्बा) घटना समय पहने कपड़े जो सीसीटीवी फुटेज से भी स्पष्ट हुआ है, विधिवत जप्ती की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *