छात्र के खाते में 50 करोड़ का लेनदेन, मास्टर माइंड सार्थक बैसवाड़े भाजपा नेत्री का पुत्र, थाने में तीन के खिलाफ हुआ जुर्म दर्ज

बिलासपुर। जिस सार्थक बैसवाड़े ने अपने दोस्त को धोखे में रखकर उसके खाते में 50 करोड़ रुपए का लेनदेन किया वह रतनपुर भाजपा मंडल के महामंत्री रोहिणी बैसवाड़े का बेटा है। पुलिस ने सार्थक समेत तीन लोगों के खिलाफ जुर्म दर्जकर मामले को जांच में ले लिया है।
भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ में 15 साल सत्ता में क्या रही पार्टी के नेता तो नेता उनके बच्चे तक फर्जीवाड़ा करना सीख गए है। ताजा मामला तारबाहर थाने है। जहां पर 50 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। इस मामले में मास्टरमाइंड के रूप जिस सार्थक बैसवाड़े का नाम आ रहा है वह भाजपा के मंडल महामंत्री का बेटा है। तारबाहर थाने में दर्ज जानकारी के अनुसार विद्यानगर बिलासपुर निवासी छात्र अभय सिंह राठौर बी कॉम फाइनल ईयर का छात्र है। एक दोस्त के माध्यम से उसकी मुलाकात साल भर पहले सार्थक बैसवाड़े और गौरव चौधरी से हुई थी। सार्थक और गौरव ने अभय व क्षितिज भारद्वाज को ट्रेडिंग में पैसे कमाने का लालच दिखाया। आरोपी उन्हें सर्वे करने के लिए कुछ पैसे देते थे। कुछ दिनों बाद आरोपियों ने एक बैंक एकाउंट की जरुरत पड़ने की बात कही। अकाउन्ट खोलने और उसके बदले में पैसे देने का वादा किया। अभय और क्षितिज ने अपने दोस्त चंदन दास, अनितकेत शर्मा, रितिक कुशवाहा, करन चद्रवंशी, शीतल दास, लवी राज व अन्य 6-7 लोग को आरोपी सार्थक और गौरव चौधरी की बात बताई। इस पर सभी तैयार हो गए थे। गौरव व सार्थक बोले की व्यापार विहार स्थित आईसीआईसीआई बैंक कर्मी जय दुबे को फोन कर दूंगा वह मेरा दोस्त है और सब काम कर देगा। जय दुबे ने बारी-बारी से अलग-अलग समय पर हस्ताक्षर करवाया। मोबाईल पर ओटीपी आया, गौरव ने ओटीपी मांगकर जय को बताया। आईसीआईसीआई बैंक कर्मी जय दुबे, गौरव चौधरी, सार्थक बैसवाड़े ने धोखे में रखकर अभय के नाम से फर्जी कंपनी बनावाया। खाता खुलवाकर आनलाईन सट्टा और लेनदेन किया। अभय ने उस पैसे की कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कही है। गौरव से फोन करके बताया कि जय का फोन आया था जो बैंक खाता खुलवाए था उसकी पुलिस जांच कर रही हैं। उसमें बहुत ज्यादा रकम का लेनदेन होने से टैक्स लगेगा। तब आरोपी से पूछा की तुमसे हमारा कौन सा खाता खुलवाया है। हमें झूठ बोलकर क्यो फंसाया हैं। इस पर गौरव ने कहा कि वो उसकी
मदद करेगा। उसने हमारे परिचित अनुराग खुंटे और चिंरजिवी राज पोर्ते के खाते में टैक्स के रूप में लगने वाला रकम 2.5-2.5 लाख रुपए भेजने की बात कही। सभी के खाता से 50 करोड़ से भी ज्यादा रकम का लेनदेन किया गया हैं। आरोपी सार्थक बैसवाड़े, गौरव और आईसीआईसीआई बैंक कर्मी जय दुबे पर जान बुझकर झूठ बोलकर खाता खुलवा कर हमें धोखे में रखकर फर्जी कंपनी बनावाया और खाता खुलवाकर आनलाईन सट्टा और लेनदेन कर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। तारबाहर थाना पुलिस ने मामले में आरोपी सार्थक बैसवाड़े, गौरव चौधरी और बैंक कर्मचारी जय दुबे के खिलाफ आई पी सी की धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है।