इंजनियारोंग कालेज में एल्युमनी मीट, 1980 बैच के भूतपूर्व छात्रों ने किया छात्र -छात्राओं का मार्गदर्शन

बिलासपुर। शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय कोनी बिलासपुर में दिनाँक 25.01.2023 को संस्था से उत्तीर्ण हुए 1980 बैच के भूतपूर्व छात्रों ने छात्र छात्राओं से मुलाकात कर उनसे चर्चा की। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में अनिल राणे (मैकेनिकल 1980 बैच), रिटायर्ड महाप्रबंधक व्ही व्ही एफ लिमिटेड (भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी), रोहित शिवहरे (सिविल 1980 बैच), रिटायर्ड कार्यपालक अभियंता, जल संसाधन विभाग, छत्तीसगढ़ शासन, केशरी कुमार स्वर्णकार (मैकेनिकल 1980 बैच) रिटायर्ड कार्यपालक संचालक ओ.एन.जी.सी.(भारतीय महारत्न कंपनी), शेषनारायण बक्सी(इलेक्ट्रिकल 1980 बैच), रिटायर्ड उप महाप्रबंधक, उपस्थित रहे। इसके साथ ही कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ टी. पी. एस. अरोरा (मैकेनिकल 1977 बैच), अध्यक्ष अलुमनी एसोसिएशन जी. ई. सी. बिलासपुर तथा सुधीर गुप्ता रिटायर्ड मुख्य अभियंता, नगर निगम बिलासपुर (छ. ग.) एवं सचिव अलुमनी एसोसिएशन जी. ई. सी. बिलासपुर उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम संस्था के इलेक्ट्रिकल विभाग के विभागाध्यक्ष एवं प्रभारी प्राचार्य, डॉ ए. के. शुक्ला ने समस्त अतिथियों का महाविद्यालय परिवार की ओर से स्वागत करते हुए छात्रों से अनुरोध किया कि वे इस कार्यक्रम का अधिक से अधिक लाभ ले।
कार्यक्रम में उपस्थित समस्त एल्युमनी गणों ने छात्र- छात्राओं से अपने ज्ञान एवं अनुभवों को को साझा करते हुए उनसे विस्तृत चर्चा की। उद्बोधन की कड़ी में सर्वप्रथम श्री राणे जी जो कि अपनी सेवा निवृत्ति के बाद एक लेखक के रूप में भी कार्य कर रहे हैं। उनके द्वारा लिखी हुई एक किताब “म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट ” जो कि अमेज़न में बेस्ट सेलिंग किताब रही थी। उन्होंने छात्र- छात्राओं को बताया कि सफलता एक मंजिल नहीं है वरन एक यात्रा है जिसे पाने के लिए सतत मेहनत की आवश्यकता होती है। उन्होंने छात्र- छात्राओं को अपना आत्मविश्वास हमेशा बनाये रखने हेतु भी प्रेरित किया। श्री शिवहरे जी ने छात्र- छात्राओं को हमेशा प्रयासरत रहने एवं अपनी गलतियों से सीखने के लिए आग्रह किया।
श्री बक्सी जी ने छात्र- छात्राओं को अपनी नींव मजबूत बनाकर प्रयास करने एवं जीवन में आलोचनाओं से न डरते हुए उनका डटकर सामना करने के सम्बन्ध में मार्गदर्शन दिया। इसके साथ ही उन्होंने प्रश्नो को हल करने के गैर परम्परागत विकल्पों के उपयोग करने हेतु भी प्रेरित किया।
श्री स्वर्णकार जी ने छात्र- छात्राओं को अपने करियर एवं कार्य हेतु देश व दुनिया के किसी भी स्थान में जाने से न हिचकिचाने हुए अपने विकास को प्राथमिकता देने हेतु प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने अपने मातृभाषा का सम्मान करने हेतु भी छात्र- छात्राओं को आग्रह किया।
उक्त कार्यक्रम संस्था के प्राचार्य डॉ बी. एस. चावला के कुशल मार्गदर्शन, डॉ ए. के. शुक्ला, डॉ जी. के. अग्रवाल, डॉ के. के. सक्सेना एवं डॉ अवनीश उपाध्याय सहित समस्त विभागाध्यक्षों के सफल संचालन तथा समस्त अधिकारीयों-कर्मचारियों एवं छात्र – छात्राओं की उपस्थिति में संपन्न हुआ।