तखतपुर : क्या रश्मि सिंह को भारी पड़ेगा जनता से रूखा व्यवहार ? या धर्मजित सिंह का कद्दावर व्यक्तित्व पड़ेगा भारी ?

बिलासपुर। तखतपुर विधानसभा में चुनावी मुकाबला खाई और खंदक की बन गई है। यहां भाजपा कांग्रेस दोनों पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। वर्तमान विधायक श्रीमती रश्मि सिंह के व्यवहार को लेकर जनता में नाराजगी दिखाई दे रही है तो दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी ठाकुर धर्मजीत सिंह को उनका कद्दावर व्यक्तित्व और शानदार वक्ता होने का लाभ मिलता दिख रहा है।
प्रदेश में दूसरे चरण का चुनाव प्रचार खत्म हो गया है। कल यानी 17 नवंबर को क्षेत्र की जनता अपने विधायक का चुनाव करने के लिए मतदान करेंगे। तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 43 हजार 413 मतदाता है। जिसमें 1 लाख 23 हजार 373 पुरुष मतदाता है तो 1 लाख 20 हजार महिला मतदाता है। यहां मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी ठाकुर धर्मजीत सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि आशीष सिंह के बीच है। धर्मजित सिंह की छवि एक कद्दावर और बेहतरीन वक्ता के रूप में है। इसका लाभ उन्हें तखतपुर में मिल रहा है। क्षेत्र के पूर्व विधायक राजू सिंह क्षत्री और पिछले चुनाव में भाजपा की प्रत्याशी रही हर्षिता पांडेय का उन्हें पूरा सहयोग और समर्थन भी मिल रहा है। दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि आशीष सिंह पूर्व विधायक स्व रोहणी कुमार बाजपाई की बेटी और पूर्व विधायक स्व बलराम सिंह की बहु है। पारिवारिक पृष्ठभूमि का लाभ भी उन्हें मिल रहा है। पति आशीष सिंह क्षेत्र में पूरे पांच साल सक्रिय रहे। लेकिन पिछले पांच साल में विधायक रहते हुए रश्मि सिंह के व्यवहार को लेकर आम जनता में जबरदस्त आक्रोश दिखाई दे रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें इसका सामना भी करना पड़ा है। हालांकि जनता में नाराजगी की भनक लगते ही चुनावी सभा में जनता माफी भी मांगती रही। लेकिन इस माफी का असर जनता पर कितना पड़ा है ये चुनाव परिणाम आने के बाद ही स्पष्ट होगा। इसके अलावा रश्मि सिंह के भाई विवेक बाजपाई के अलावा पति आशीष सिंह ने डेमेज कंट्रोल करने के लिए पूरी ताकत झोंकी है। इसका कितना असर हुआ ये 3 दिसंबर को पता चल जाएगा। फिलहाल कल चुनाव है और दिनभर प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ घर घर पहुंचकर वोट मांगते रहे।
इस चुनाव में छजका प्रत्याशी रहे संतोष कौशिक कांग्रेस में शामिल हो गए। लिहाजा पिछले चुनाव में संतोष कौशिक को मिला वोट किधर शिफ्ट हो रहा है यह महत्वपूर्ण है। यदि कांग्रेस के तरफ शिफ्ट हुआ तो भाजपा के लिए खतरा है। हालांकि क्षेत्र धर्मजीत सिंह को उनके कद्दावर व्यक्तित्व का लाभ मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।
साल 2018 में तखतपुर विधानसभा में मतदाताओं की कुल संख्या 222188 थी और इनमें से 1 लाख 62 हजार 832 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। पिछले चुनाव में कांग्रेस की रश्मि आशीष सिंह को 52616 वोट मिले, दूसरे स्थान पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के संतोष कौशिक रहे, उन्हें 49 हजार 625 वोट मिले। बीजेपी की हर्षिता पाण्डेय तीसरे स्थान पर थी। उन्हें 45 हजार 622 वोट मिले थे। 2018 में तखतपुर विधानसभा सीट कांग्रेस के हिस्से में रही।
तखतपुर विस के अब तक के विधायक
वर्ष 1951 में चंद्रभूषण सिंह (कांग्रेस)
1962 में मुरलीधर मिश्रा (कांग्रेस)
1967 में मनहरण लाल पाण्डेय (बीजेएस)
1972 में रोहणी कुमार बाजपाई (कांग्रेस)
1977में मनहरण लाल पाण्डेय (जेएनपी)
1980 में ताहेर भाई (कांग्रेस)
1985 में मनहरण लाल पाण्डेय (भाजपा)
1990 में मनहरण लाल पाण्डेय (भाजपा)
1993 में मनहरण लाल पाण्डेय (भाजपा)
1998 में जगजीत सिंह (भाजपा)
2003 में बलराम सिंह (कांग्रेस)
2008 में राजू सिंह क्षत्रिय (भाजपा)
2013 में राजू सिंह क्षत्रिय (भाजपा)
2018 में रश्मि आशीष सिंह (कांग्रेस)

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