रेलवे जोन फिर कर रहा क्षेत्र के बेरोजगारों के साथ अन्याय, स्थानीय बेरोजगारों को दरकिनार कर दूसरे प्रदेश के बेरोजगारों को दे रहा नौकरी

बिलासपुर। बिलासपुर रेलवे जोन और बिलासपुर रेलवे भर्ती बोर्ड एक बार से क्षेत्र के बेरोजगारों का हक छीनकर दूसरे प्रदेशों के बेरोजगारों को नौकरी दे रहा है। विडंबना तो ये है की क्षेत्र के निष्क्रिय जनप्रतिनिधि मौन साधे हुए है। हालांकि इस मामले को लेकर आप पार्टी के नेता सामने आए है और इस मामले को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित अभ्यर्थियों ने बताया कि इस मामले में स्थानीय सांसद अरुण साव के सामने भी रखा गया लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया।

आप पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला ने बताया कि 2018 में देशभर के रेलवे भर्ती बोर्डों ने असिस्टेंट लोको पायलट भर्ती करने के लिए विज्ञापन निकाला था। जारी विज्ञापन में स्पष्ट कर दिया गया था एक आवेदक एक ही बोर्ड द्वारा निकाले गए विज्ञापन में आवेदन कर सकेंगे। एक आवेदक दो स्थानों पर आवेदन नहीं कर सकेंगे। भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई तब बिलासपुर रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा 3 सौ के आसपास पदों पर भर्ती किया। यहां के अभ्यर्थियों का कट ऑफ लिस्ट में 66 प्रतिशत से ऊपर वालों का चयन किया गया। जबकि यूपी, बिहार, उड़ीसा जैसे राज्यों में कट ऑफ लिस्ट 61 प्रतिशत के आसपास रहा। भर्ती की प्रक्रिया चल ही रही थी की बिलासपुर रेलवे भर्ती बोर्ड ने मंत्रालय की अनुमति पर सीटों की संख्या 2509 कर दिया। सीट बढ़ने के बाद बिलासपुर रेलवे भर्ती बोर्ड के वेटिंग लिस्ट से नियुक्ति दी जानी चाहिए थी लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने सारे नियमों को तक पर रखकर, छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों का हक मारकर यूपी, बिहार, उड़ीसा और भोपाल के बच्चो को नियुक्ति पत्र देकर ज्वाइनिंग करा रहे है। आप पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला का कहना है छत्तीसगढ़ के युवा जो रेलवे में अपनी सेवा देने की इच्छा एवं क्षमता रखते हैं ऐसे अभ्यार्थियों के साथ रेलवे भर्ती बोर्ड बिलासपुर भेदभाव एवं अन्याय कर रही है। रेलवे भर्ती बोर्ड के नोटिफिकेशन में यह साफ लिखा हुआ है कि एक अभ्यार्थी केवल एक ज़ोन के लिए ही अभ्यर्थी माना जाएगा दूसरे जोन में उसका कोई अस्तित्व नहीं होगा। इस नियम का उल्लंघन करते हुए रेलवे भर्ती बोर्ड बिलासपुर अन्य जोन के अभ्यर्थियों को बिलासपुर जोन में लाकर उन्हें अवसर प्रदान कर रहा है। बिलासपुर बोर्ड के अभ्यार्थियों के मेरिट अंक अन्य रेलवे भर्ती बोर्ड के अभ्यार्थियों के तुलना में अधिक है। रेलवे के नियम अनुसार यह अवसर पहले बिलासपुर रेलवे बोर्ड के अभ्यार्थियों को मिलना चाहिए था। छत्तीसगढ़ राज्य के अभ्यर्थियों की प्राथमिकता को नजरअंदाज करके अन्य बोर्ड के अभ्यार्थियों को अवसर दे रहा है। प्रियंका शुक्ला ने कहा की स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा बर्दास्त नही की जाएगी। जब इस संबंध में पिछले दिनों रेलवे जोन के जीएम और भर्ती बोर्ड के चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा गया तो अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आप पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला और कोषाध्यक्ष जसबीर सिंह ने चेतावनी दी है की यदि शीघ्र ही भर्ती नहीं रोकी गई, बाहरी लोगों की नियुक्ति निरस्त नहीं की जाएगी और स्थानीय लोगों को नियुक्त नहीं किया जाएगा तो आप पार्टी उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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