पूर्व मंत्री ने बढ़ते अपराध पर सरकार को घेरा, कहा _ कांग्रेस के नेता दे रहे है अपराधियों को संरक्षण, जाने एक मर्डर पर democrecy.in के सवाल पर उन्होंने क्या जवाब दिया…

बिलासपुर। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात पर प्रदेश की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा की अपराध और अपराधियों को कांग्रेस के नेता संरक्षण दे रहे है। वर्ना अपराधियों में इतनी हिम्मत नही होती की पुलिस के साथ भी मारपीट कर देते। जब उनसे democrecy.in ने भाजपा शासनकाल में एक वरिष्ठ पत्रकार की गोली मारकर की गई हत्या के संबंध में सवाल किया तो पहले तो हड़बड़ाए फिर अपने आपको संभालते हुए कहा की घटना के बाद सरकार ने जांच की थी लेकिन जांच पूरा होने के पहले मामला CBI के हाथ चला गया था। अब CBI ही अपराधी को नहीं ढूंढ पाई तो सरकार क्या कर सकती थी। उन्होंने यह भी कहा की हमने तो CBI जांच करा दिया था लेकिन अभी की सरकार ने तो CBI को प्रदेश में घुसने से भी रोक रखा है।

प्रेस वार्ता में कहा कि आज जिस प्रकार से अपराध बढ़ रहे है, पूरी तरह कांग्रेस सरकार की ढुलमुल नीति जिम्मेवार है। पूरे प्रदेश में कांग्रेस के नेता अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रहे है। सत्ता संरक्षण में दिनों दिन अपराध बढ़ रहा है। कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि न्यायधानी की पहरेदारी में पुलिसिंग दोयम दर्जे की हो गई है तो आम आदमी भला कैसे सुरक्षित महसूस करेगा। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने दोहराया सत्ताधारी दल के नेताओं के बीच बढ़ती गुटबाजी और आपसी प्रतिस्पर्धा से अपराधियों को संरक्षण देने की प्रवृति के कारण शांत शहर अपराधियों का गढ़ बन गया है। शहर में एक दिन भी ऐसा नहीं निकलता जब चोरी, लूट, हत्या और दुष्कर्म से लेकर चाकूबाजी की घटनाएं न हो। सरकारी जमीन के दस्तावेज बदलने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद भी माफिया अब भी रेत का उत्खनन और परिवहन कर रहे हैं। सीएम के शहर प्रवास के दौरान तालापारा में एक युवक को चाकू मारकर हत्या कर दी जाती है। लोकल पुलिस केवल छोटे मोटे अपराधी, चोरों को पकड़ने तक की सीमित है। आर्म्स एक्ट , अपराधिक षड़यंत्र , शासकीय कार्य में बाधा , गाली गलौज , हत्या प्रयास की धारा के तहत अपराध , कूट रचना , बलवा , ठगी , धमकी आदि आम बात हो गई है। आज हालात और बदत्तर हो गए है , नशे की आड़ में अपराध का कारोबार न्याय धानी को जकड़ते जा रहा है , जो कि पुलिस प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। श्री अग्रवाल ने कहा अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि पुलिस, पत्रकार और अधिकारी भी सुरक्षित नहीं है। कुछ माह पहले एक बार में बाउंसर की दो महिला डीएसपी के साथ हुई झड़प और दुर्व्यवहार की घटना हुई थी, ग्राम घुटकू में कांस्टेबल एम जायसवाल पर हमला हुआ, पचपेड़ी क्षेत्र के घोराडीह में जुआ पकड़ने गए हेड कांस्टेबल कुर्रे और सिपाही पर हमला हुआ, सकरी थाना के कांस्टेबल हमला हुआ, मस्तूरी थाने के कांस्टेबल को उन्ही की काडंडा छीनकर पीटा गया, तखतपुर थाना क्षेत्र के जूनापुर चौकी में कांस्टेबल पर हमला हुआ, उनकी वर्दी फाड़ दी गई, शिक्षक कॉलोनी में हेड कांस्टेबल धनेष साहू से मारपीट हुई, विगत दिवस मल्हार चौकी प्रभारी गोस्वामी अवैध शराब धरपकड़ में हमले का शिकार हो गए है। प्रमुख अखबार के पत्रकार को धमकी दी गई. कई कलमवीरो पर भ्रष्ट तंत्र के नुमाइंदे द्वारा ब्लैकमेलिंग का आरोप लगा कर फर्जी शिकायत और मुकदमा बाजी कराई जा रही है। दिनदहाड़े चाकूबाजी और हत्या की घटनाएं देखने को मिलती है। छोटे – छोटे बच्चे नाबालिग पॉकेट में चाकू लेकर घूम रहे हैं। जब न्यायधानी में इस तरह की कानून व्यवस्था होगी तो प्रदेश का क्या हाल होगा ? कतिपय मीडिया रिपोर्ट्स पर गौर करे तो मालूम होगा कि ऑनलाइन ठगी , एटीएम आधारित अपराध, फर्जी लॉटरी के आधार पर बैंक खाता से पैसों की लूट, साइबर बेस्ड ठगी व धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे है, जिसमें पुलिस केवल आंकड़े गिनाने में लगी होती है। नशे में बेसुध होकर चाकूबाजी का घटनाक्रम तो फैशनट्रेंड हो गया है , जारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले 7 माह में 100 से अधिक चाकूबाजी के मामले बिलासपुर एवम आसपास के कस्बों में दर्ज हुए। जिनमें कई को जान भी गवानी पड़ी। ऐसे मामलों में 90 से अधिक केस शराब या अन्य कोई नशा करने के बाद हमला करने के निकले। पिछले दिनों एसबीआर कॉलेज के सामने सतीश तिवारी पर जानलेवा हमला हुआ। साफ है अवैध शराब के कारोबार, नशे के सौदागरों की गुलजार हो रही दुकानों से बिलासपुर में खतरनाक वारदातें हो रही है, जो प्रशासन के लिए दोहरी चुनौती है। अमर अग्रवाल ने कहा सरकंडा और शनिचरी में नदी किनारे के इलाके , रिंग रोड , गौरव पथ , श्रीकांत वर्मा मार्ग , व्यापार बिहार और तारबाहर के रेलवे लाइन के किनारे का एरिया , पुराना बस स्टैंड , मुंगेली नाका , उसलापुर और सकरी , हिरी , बिल्हा चकरभाटा मार्ग , कोनी , सेंदरी इलाके में शाम होते ही नशे के कारोबारियों का मेला लगने लगता है। तरह तरह के लोग आसपास के रिहायशी इलाकों में उत्पात मचाते हुए दिखाई देते हैं, सीसीटीवी और गस्त सिस्टम की खानापूर्ति से अपराधी आराम से घटना को अंजाम देकर निकल जाते हैं। पुलिस घटना होने के बाद लकीर पीटने का काम करने में लगी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया की बढ़ती आपराधिक घटना के लिए एसपी, आईजी, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री सब जिम्मेदार है।

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