शिक्षक पढ़ाई कराने के बजाय कर रहा था रंगदारी और नेतागिरी, ज्वाइन डायरेक्टर ने किया सस्पेंड

बिलासपुर। शिक्षकीय कार्य छोड़कर रंगदारी और नेतागिरी करने वाले शिक्षक को संयुक्त संचालक ने निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान शिक्षक को BEO ऑफिस में अटैच रहेगा।
हितेश तिवारी का जांजगीर जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरखों में पोस्टिंग है लेकिन वर्तमान में वह बिरगहनी स्कूल में व्यायाम शिक्षक के रूप संलग्न है। हितेश तिवारी के खिलाफ में शिकायत मिली थी की वह शिक्षकीय कार्य कराने के बजाय नेतागिरी कर रहा है और रेहड़ी लगाने वालों से रंगदारी वसूली का कार्य कर रहा है। जब शिकायत की जांच जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर ने सिवनी के प्राचार्य के माध्यम से जांच कराई, तो जांच सही पाई गई। सिवनी के प्राचार्य ने जांच करने के बाद जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और व्यायाम शिक्षक के खिलाफ कठोर दंडनात्मक कार्रवाई की अनुसंशा की। यही नहीं ग्राम पंचायत सरखों और जनपद पंचायत नवागढ़ ने हितेश तिवारी के विरुद्ध नियमित रुप से शाला नहीं आने, खेल गतिविधियों में रुचि नहीं लेने और स्कूल के छात्रों व शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार करने की शिकायत की थी और स्कूल से हटाने की मांग की थी। हितेश तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 7 बिन्दुओं में जानकारी मांगी गई थी। लेकिन नोटिस का जवाब न देकर दूसरा जवाब दिया। हितेश तिवारी का यह कृत्य छग सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम विपरीत होने के कारण गंभीर कदाचार की श्रेणी में माना गया है। बताया जा रहा है की इस मामले में हितेश तिवारी के खिलाफ पहले भी शिकायत की गई थी लेकिन तत्कालीन ज्वाइन डायरेक्टर आरएन हीराधर ने कोई कार्रवाई नहीं किया। विभागीय सूत्रों का कहना है की मामले को दबाने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन नए ज्वाइन डायरेक्टर एस के प्रसाद ने मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए हितेश तिवारी को निलंबित कर दिया है। उनका कहना है की व्यायाम शिक्षक हितेश तिवारी के विरुद्ध नेतागिरी करने और रेहड़ी वालों से रंगदारी वसूली के अलावा कई मामलों में शिकायत की गई थी और जांच भी चल रहा था। जांच में दोषी पाए जाने पर शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।

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