बस्तर में बवाल : धर्मांतरित महिला की मौत के बाद शव दफनाने को लेकर विवाद, ऐसे हुआ अंतिम संस्कार

बस्तर। धर्मांतरित परिवार में महिला की मौत के बाद शव दफनाने को लेकर फिर से विवाद होने का मामला सामने आया है। जब धर्मांतरित परिवार ने फिर से मूल धर्म में वापसी की उसके बाद हो शव दफनाने की अनुमति गांव वालों ने दी।
छत्तीसगढ़ के बस्तर में धर्मांतरित आदिवासी परिवार और मूल धर्म के आदिवासियों के बीच लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में धर्मांतरण को लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है। आपसी विवाद के साथ मारपीट तक की नौबत आ रही है। बुधवार को दरभा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले धूमागुड़ा गांव में 38 साल की एक महिला की मौत हो गई। महिला काफी दिन से बीमार चल रही थी और मंगलवार (12 सितंबर) की देर रात उसकी मौत हो गई। इसके बाद बुधवार सुबह महिला के शव को परिवार के लोगों के द्वारा श्मशान घाट में दफनाने की कोशिश की जा रही थी। जब इसकी जानकारी गांव वालो को हुई तो इसका विरोध शुरू हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद की स्थिति पैदा हो गई।
विवाद इतना बढ़ा कि तुरंत बड़ी संख्या में पुलिस बल को गांव में तैनात किया गया। उसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई। मौके पर पहुंचे दरभा तहसीलदार और पुलिस के अधिकारियों ने मूल धर्म के आदिवासी ग्रामीणों को काफी देर तक समझाया फिर भी मामला शांत नहीं हुआ। तब धर्मांतरित परिवार ने वापस अपने धर्म में लौटने का फैसला लिया। इसके बाद बकायदा पंचायत में बैठक की गई और धर्मांतरित परिवार के मूल धर्म (हिन्दू धर्म) मे वापसी के बाद ही शव को गांव के श्मशान घाट में दफनाने की अनुमति दी गई। बताया जा रहा है की दोनों पक्षों में केवल धक्का मुक्की हुई, ऐसे में किसी को चोट नहीं आई है। इस मामले में किसी की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है, हालांकि अब मामला शांत हो गया है और गांव में सामान्य स्थिति है।

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