जंगली सुअर और चितल का शिकार, एक महिला समेंत पांच गिरफ्तार, घर से जप्त हुआ था 82 किलो मांस

कटघोरा। जंगली सुअर और चीतल का शिकार करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कियाभ्य है। मुख्य आरोपी के फरार होने के कारण उसकी पत्नी को हिरासत में लिया गया है। महिला के घर में ही 38 किलो सुअर और 44 किलो चीतल का मांस जप्त किया गया था।

मिली जानकारी ली अनुसार DFO कटघोरा को 18.07.2024 को सूचना मिली थी की ग्राम दमिया में महेन्द्र गंधर्व/संतराम गंधर्व के घर में जंगली सुअर और चीतल का मांस निकाला जा रहा है। सूचना पर वन परिक्षेत्र अधिकारी पाली के नेतृत्व में 07 सदस्यीय टीम गठित कर उप वनमंडलाधिकारी पाली के द्वारा ग्राम दमिया में महेन्द्र गंधर्व/संतराम गंधर्व के घर में सर्च की गई। सर्च टीम को देख कर महेन्द्र एवं उसके साथी घर में ताला लगाकर फरार हो गये। इसके बाद पुलिस और राजस्व अधिकारियों की उपस्थिति में गांव के पांच – सरपंच के सामने महेन्द्र गंधर्व के घर का ताला तोड़ा गया था। अधिकारी जब घर के अंदर की तलाशी ली तो दंग रह गए। महेन्द्र गंधर्व के घर में कटा हुआ चीतल का मांस, एक नग भुना हुआ जंगली सुअर पाया गया। वन विभाग की टीम ने घर से 01 नग जंगली सुअर का शव 38 किलो, बाल्टी में 16 एवं बोरी में 38 किलो. चितल का मांस, 09 बंडल सेटरिंग तार, 02 नग नायलोन जाल, 01 नग फरसा, 01 नग प्लास्टिक बोरी खून से सना हुआ, 02 नग लकड़ी का गुटका,  नायलोन जाली 02 गुच्छा, चीतल का सिंग 04 नग, 01 नग चीतल का सिर वजन 2.500 कि.ग्रा., 02 बंडल बिजली तार, 01 नग कुल्हाड़ी, 01 नग दोपहिया वाहन क्रमांक सीजी 10 बीएच 0370 (हीरो स्पलैण्डर) जप्त किया गया था। रेड कार्रवाई के बाद से सभी आरोपी फरार चल रहे थे और बार बार अपना ठिकाना बदल रहे थे। इसी बीच उनके दमिया में होने की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को हुई तो घेराबंदी करके चार लोगों को पकड़ा गया है। ग्राम दमिया में ही चार लोगों को गिरफ्तार कर उनका बयान दर्ज किया गया है। महेंद्र गंधर्व अभी भी फरार है तो विभाग के अधिकारियों ने उसकी पत्नी को हिरासत में ले किया है। सभी अपराधियों ने वन्यप्राणी का 11 के.व्ही. विद्युत तार फैलाकर जंगल में शिकार करना स्वीकार किया है। सभी आरोपियों के विरूद्ध भारतीय वन्यप्राणी अधिनियम 1972 के तहत् प्रकरण दर्ज कर न्यायालय पाली में प्रस्तुत किया गया था। न्यायालय में अपराध सिद्ध होने से अपराधियों को जेल भेज दिया है। अपराध में शामिल महेन्द्र की पत्नी निर्मला बाई को भी जेल दाखिल किया गया है। अपराधियों को पकड़ने में मुख्य रूप से संजय लकड़ा, परिक्षेत्र अधिकारी पाली, यशमन कुमार आडिल, सर्किल फारेस्ट ऑफिसर पाली, दीपक कुमार पटेल, बीट फारेस्ट ऑफिसर लाफा, राजेश कुमार धिरही, बीट फारेस्ट ऑफिसर पोटापानी, सुरेश सिंह ठाकुर, बीट फारेस्ट ऑफिसर पाली, श्रीमति सविता पटेल, बीट फारेस्ट ऑफिसर, श्रीमति अनिता कुंवर, बीट फारेस्ट ऑफिसर पूटा विरेन्द्र कुमार वाहन चालक का योगदान रहा।

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