दिनभर की ड्रामेबाजी के बाद देवेंद्र यादव गिरफ्तार, कार्रवाई को बना दिया इवेंट, होती रही बहस बाजी और विरोध

भिलाई। बलौदाबाजार हिंसा मामले में आरोपी बनाए गए भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को अंततः पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के पहले दिनभर ड्रामेबाजी होती रही और पूरे कार्यक्रम को इवेंट बना दिया गया। किसी बड़े नेता की तरह सैकड़ों समर्थक बुलाकर विरोध प्रदर्शन कराया गया। दिनभर के प्रदर्शन के बाद जब समर्थक थकने लगे तो बंगले से बाहर निकलकर देवेंद्र ने गिरफ्तारी दी।

बलौदाबाजार से पुलिस की एक टीम देवेंद्र यादव को गिरफ्तार करने आज सुबह भिलाई पहुंची थी। पुलिस को देखते ही उनके समर्थकों ने घर के बाहर ही पुलिस को घेर लिया और पुलिस को अंदर जाने नहीं दिया। लेकिन पुलिस भी पीछे हटने के इरादे से नहीं आई थी और बंगले के सामने कुर्सी लगाकर बैठ गए थे। इस दौरान वहां जमकर नारेबाजी होती रही। दिनभर की विरोध प्रदर्शन और बहसबाजी के बाद शाम को पुलिस ने उन्‍हें हिरासत में ले लिया। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष दीपक बैज भी यादव से मिलने उनके निवास पर पहुंचे थे। इस दौरान यादव की पूर्व सीएम भूपेश बघेल से भी उनकी बात कराई गई। बता दें कि यादव को बघेल का समर्थक माना जाता है। बघेल इस वक्‍त दिल्‍ली के दौरे पर हैं। आज रात वे रायपुर लौटेंगे। आपको बता दें कि सतनामी समाज के धर्म स्थल गिरौदपुरी धाम में तोड़फोड़ के विरोध में समाज के लोगों ने 10 जून को बलौदाबाजार जिले में प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान हिंसक भीड़ ने कलेक्ट्रेट व एसपी कार्यालय आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद जमकर बवाल मचा था। कलेक्टर और एसपी निलंबित कर दिए गए। मामले में पुलिस ने अब तक 170 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसी मामले में हिंसा से पहले सभा स्थल पर जाकर भिलाई विधायक देवेंद्र यादव पर भड़काऊ भाषण देने का एरोपिबल था। इसके बाद पुलिस ने विधायक देवेंद्र यादव को तीन बार नोटिस जारी किया था।
नोटिस के जवाब देने विधायक देवेंद्र यादव नहीं पहुंचे उल्टे पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसपी विजय अग्रवाल से मुलाकात कर किसी हीरो की तरह दबाव बनाने का प्रयास किया था। साथ ही नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट में भी अपील कर दी। देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के इशारे पर बार-बार पुलिस नोटिस देकर उन्हें परेशान कर रही है। बलौदाबजार हिंसा मामले में चौथी बार नोटिस जारी होने पर उन्होंने बयान देने जाने से मना किया था और कहा था कि वह राजनीतिक कामों में व्यस्त रहते हैं। पुलिस को जो भी बयान लेना है वह उनके पास खुद आकर ले ले। उन्होंने जेल में बंद युवाओं के ऊपर अपने खिलाफ जबरदस्ती बयान देने के लिए प्रशासन के द्वारा दबाव बनाने का आरोप भी लगाया था। देवेंद्र यादव के अनुसार जेल में बंद सतनामी समाज के युवाओं के ऊपर यह दबाव बनाया जा रहा है कि वह बयान दे कि देवेंद्र यादव 12 गाड़ियों में भरकर लोगों को साथ लाएं थे। नोटिस पर बयान देने नहीं आने पर एडिशनल एसपी बलौदा बाजार अभिषेक सिंह के नेतृत्व में आज बलौदाबाजार से पुलिस टीम भिलाई पहुंची।

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