स्पेशल कोर्ट ने PSC के पूर्व चेयरमेन सोनवानी और उद्योगपति गोयल को 7 दिन की रिमांड पर CBI को सौंपा, कल हुई थी गिरफ्तारी

रायपुर। CGPSC भर्ती घोटाला में गिरफ्तार पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी और बजरंग पॉवर इस्पात के डायरेक्टर एसके गोयल को CBI ने आज कोर्ट में पेश किया था। विशेष कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 25 नवंबर तक 7 दिनों के लिए रिमांड CBI को सौंप दिया है। रिमांड के दौरान सीबीआई आरोपियों से कई बिंदुओं पर पूछताछ करेगी। हालांकि सीबीआई ने दोनों आरोपियों के लिए 12 दिन की रिमांड मांगी थी।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2021 की राज्य सेवा भर्ती परीक्षा में कथित घोटाले के मामले में आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी और बजरंग पॉवर इस्पात के डायरेक्टर एसके गोयल को सीबीआई ने विशेष न्यायालय के जज लीलाधर यादव के समक्ष पेश किया। कोर्ट में पेशी के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सीबीआई ने आरोपियों से आगे की पूछताछ के लिए आरोपियों को 12 दिन की रिमांड पर देने की मांग की। सीबीआई ने अपने आवेदन में कहा- टीएस सोनवानी की पत्नी एक एनजीओ चलाती है और उस समिति की अध्यक्ष हैं। उनके कुछ रिश्तेदार सदस्य हैं। उस एनजीओ को सीएसआर फंड के तहत 20 लाख और 25 लाख रुपए एसके गोयल की कंपनी ने दिए है। उसके बाद ही उनके बेटे और उनकी बहू का पीएससी में सिलेक्शन हुआ है। इस वजह से उन्हें गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया है। बतादें कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की 2021 राज्य सेवा भर्ती परीक्षा में कथित घोटाले के मामले में पूर्व पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और उद्योगपति श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि गोयल ने अपने बेटे और बहू को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए 45 लाख रुपये की रिश्वत दी। गोयल ने यह रिश्वत ग्रामीण विकास समिति के माध्यम 20 और 25 लाख रुपये के दो किस्तों में भुगतान किया था। गोयल के पुत्र शशांक गोयल व बहु भूमिका कटियार कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के बेटी-दामाद हैं।

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