सरकंडा थाना प्रभारी तोप सिंह लाइन अटैच, तहसीलदार के साथ दुर्व्यवहार करने पर पुलिस विभाग की कार्रवाई, संघ ने की है बर्खास्त करने की मांग

बिलासपुर। तहसीलदार के साथ दुर्व्यवहार करने वाले सरकंडा थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग को लाइन अटैच कर दिया गया है। कल कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने कलेक्टर, एसपी और संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की थी।

दो दिन पहले सरकन्डा थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग ने तहसीलदार के साथ दुर्व्यवहार करके पुलिस प्रशासन को कटघरे खड़ा कर दिया था।  थाना प्रभारी ने तहसीलदार के साथ ना केवल मारपीट किया बल्कि परिवार के सदस्यों के साथ भी गाली गलौच किया था। उसके इस बर्ताव को लेकर तोप सिंह के खिलाफ छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक संघ ने मोर्चा खोल दिया है। कलेक्टर और पुलिस कप्तान से लिखित शिकायत कर तोप सिंह नवरंग को बर्खास्त किये जाने की मांग की थी। साथ ही मामले की जांच कर थाना स्टाफ के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।
कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने कलेक्टर और पुलिस कप्तान को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि बस्तर जिला स्थित करपावंड प्रभारी तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा का घर अशोक नगर बिलासपुर में है। 16 नवम्बर को हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस से पुष्पराज मिश्रा रायपुर से देर रात बिलासपुर पहुंचे। ट्रेन से उतरने के बाद अपने भाई और पिता के साथ अशोक नगर स्थित घर के लिए निकले थे। रास्ते में डीएलएस कालेज के पास पहुंचते ही दो पुलिस वालों ने रूकने को कहा। कुछ दूर जाकर पुष्पराज मिश्रा अपनी गाड़ी रोका। रुकते ही दोनों पुलिसवालों ने उसे हड़काते हुए अपने पास बुलाया। पुष्पराज मिश्रा के पास आते ही पुलिसकर्मियों ने मां बहन की गाली देना शुरू कर दिया। इस दौरान दोनो पुलिस वाले नशे में चूर थे।
उनके पूछे जाने पर पुष्पराज मिश्रा ने बताया कि वह बस्तर जिले के करपावंड का प्रभारी तहसीलदार हैं। बावजूद इसके पुलिस वालों ने भाई और पिता के सामने जमकर गाली दिया। इसके बाद पुलिस वालों ने 112 पेट्रोलिंग गाड़ी को फ़ोन कर बुलाया और गाड़ी में बैठाकर पुष्पराज मिश्रा को जबरदस्ती थाना ले गए। इस दौरान पुलिस वालों ने उसके साथ मारपीट भी की। पुलिस सालों को फोटो आईडी दिखाने के बाद भी पुलिस वाले ने एल्कोहल मीटर मुंह के पास लाकर चेक किया और फिर दोनो ने फूंक मारा। इसके बाद शराब पीने का आरोप लगाया। इसके बाद मुलाहिजा के लिए दबाव बनाने लगे। मना करने पर पुलिस वालों ने थाने में मारपीट की। थाना पहुंचने के बाद प्रभारी तहसीलदार ने फोन पर थानेदार तोपसिंग नवरंग को वस्तु स्थिति बताने की कोशिश की लेकिन थानेदार उसकी एक न सुनी और उल्टा कहने लगा कि ठहर.. मैं अभी थाना आकर तुझे बताता हूं…। कुछ देर बाद तोप सिंह नवरंग थाना पहुंचे और गाड़ी से उतरते ही गाली गलौच करना शुरू कर दिया। उन्होने कहा कि बड़ा कार्यपालिक मजिस्ट्रेट बनता है… तेरी मजिस्ट्रेटी अभी निकालता हूं .., फिर धक्का देकर जबरदस्ती गाड़ी में बैठने को कहा..और मोबाइल छीन लिया। करीब साढ़े तीन बजे पुष्पराज के भाई ने बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण को फोन कर थानेदार से बातचीत कराया …, लेकिन इसके बाद भी उसे कोई फर्क नहीं पड़ा और फोन बन्द होते ही तोपसिंह नवरंग ने कहा कि मेरा अधिकारी पुलिस कप्तान है… इसलिए सिर्फ उन्हीं की बात मानूंगा…, कलेक्टर को बोल कि एसपी से बात करे…, इसके बाद तोप सिंह ने पुष्पराज के भाई को गंदी गंदी गालियां देते हुए मारपीट की और मोबाइल छीनकर तोड़ दिया।

इस घटना के बाद कनिष्ठ प्रशासनिक संघ ने थानेदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। संघ ने कलेक्टर और पुलिस कप्तान से शिकायत दर्ज कर बताया कि पुष्पराज मिश्रा के साथ पुलिस का व्यवहार शर्मिन्दा करने वाला है। तोपसिंह नवरंग और उनके स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही  तीन सूत्रीय मांग रखते हुए जांच की मांग की है। संघ ने कहा कि घटना की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच हो। मामले की जांच वरिष्ठ दंडाधिकारी में की जाए। थानेदार और उसके साथियों पर सख्त प्रशानिक कार्रवाई की जाए। इसके अलावा इस प्रकार की घटना की पुरनावृत्ति ना हो इसके लिए प्रशासकीय सेवकों और पुलिस विभाग के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था हो। संघ के पदाधिकारियों ने कहा था कि यदि एक सप्ताह के भीतर जांच और कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया गया तो संगठन धरना प्रदर्शन और उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होगा। शिकायत के बाद दूसरे दिन पुलिस विभाग ने सरकंडा थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग को लाइन अटैच कर दिया है।

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