विधानसभा में भाजपा विधायक और मंत्री के तीखी नोंक झोंक, प्रश्नकाल में लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, पांच अधिकारियों के निलंबन की हुई घोषणा

रायपुर। विधानसभा में गुरुवार को भाजपा विधायक अजय चंद्राकर और मंत्री विजय शर्मा के बीच जमकर बहस हो गई। प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बने सड़क के निर्माण में चंद्राकर ने मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया। इसके बाद मंत्री भड़क गए। बाद में मंत्री ने विभाग के पांच अधिकारियों को निलंबित करने और ठेकेदार से वसूली करने की घोषणा की साथ ही मामले में FIR कराने का आश्वासन दिया।

दरअसल प्रश्‍नकाल के दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा था कि जिला निर्माण समिति, दंतेवाड़ा में डीएमएफ मद से स्वीकृत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत कोरकोट्टी सड़क का निर्माण कार्य एवं ग्राम हिरोली से हेल्थ सेंटर तक पहुंच मार्ग भाग-1 व 2 की टेंडर/रिटेंडर कब-कब हुआ और इसकी लागत राशि कितनी है ? वर्क ऑर्डर कब जारी हुआ एवं निर्माण एजेंसी व प्रोपाईटर का नाम, पता सहित बतायें ? योजनांतर्गत मिट्टी कार्य अनुबंध के तहत् कितने घनमीटर की दर से किया जाना था और कितने दर से किया किया गया और कितनी लागत आयी ? क्या सड़क निर्माण में अनियमितता की शिकायत मिली है ? यदि हां… तो क्या-क्या अनियमितता पायी गयी और उसके जिम्मेदार कौन हैं ? उन पर क्या कार्यवाही की गई और किनके द्वारा की गयी ?  इस पर डिप्‍टी सीएम विजय शर्मा ने बताया कि यह कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत डी.एम.एफ. मद से स्वीकृत नहीं है। यह कार्य जिला निर्माण समिति को मिली विशेष केन्द्रीय सहायता मद से स्वीकृत है। “बी.टी. सड़क निर्माण कार्य मुख्यमार्ग से कोरकोटी तक (भाग- 01 से 13 तक), तथा बी.टी. सड़क निर्माण कार्य मड़कामीरास से हिरोली हेल्थ सेन्टर तक 3.50 कि.मी. (भाग 01), बी.टी. सड़क निर्माण कार्य हिरोली हेल्थ सेन्टर से हिरोली कैम्प डोकापारा तक 3.50 कि.मी. (भाग 02) है।
मंत्री ने इस मामले में शिकायत मिलने की बात स्‍वीकार की। बताया कि प्रथम स्तरीय जाँच कलेक्टर दन्तेवाड़ा ने SDM की अध्यक्षता में 05 सदस्यीय टीम गठित कर करायी गई है। जिसके भौतिक सत्यापन में अर्थवर्क, जी.एस.बी., डामरीकरण कार्य, डब्ल्यू.बी.एम. एवं सोल्डर कार्य, पुलिया सह रिटेनिंगवाल में अनियमितता का उल्लेख है। चंद्राकर ने पूरक प्रश्‍न में भुगतान को लेकर पूछा और जानना चाहा कि क्‍या ठेकेदार को अधिक भुगतान किया गया है ? इस पर मंत्री ने लागत दर से कम भुगतान करने की जानकारी दी और बताया कि शिकायत के आधार पर 5 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ईई अनिल राठौर सेवानिवृत्‍त हो गए हैं उनके विरुद्ध जांच की जा रही है। कार्यपालन अभियंता दामोदर सिंह सिदार, SDO तारेश्‍वर दिवान, सहायक अभियंता आरबी पटेल को निलंबित करके विभागीय जांच की जाएगी। एक उप अभियंता का निधन हो गया है। जबकि रविकांत सारथी उप अभियंता को निलंबित किया जा चुका है। ठेकेदार के खिलाफ वसूली और एफआईआर का आदेश दिया गया है।
इस मामले में सवाल जवाब के दौरान चंद्राकर ने भ्रष्‍टाचार छिपाने का आरोप लगाया, जिस पर मंत्री से उनकी तीखी बहस हो गई। इसकी वजह से सदन में हंगामा खड़ा हो गया। मामले में स्‍पीकर डॉ. रमन सिंह ने हस्‍तक्षेप करते हुए कहा कि दोनों तरफ से टोन नीचे रखना चाहिए। यहां माइक लगे हैं धीरे बोलने पर भी आवाज पहुंच जाती है।

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