युवक ने लगाई फाँसी, आधी रात एसपी से मिले परिजन, पूर्व जिला पंचायत सदस्य, एएसआई व मृतक के चचेरे भाई पर हुई FIR

रायगढ़ के कोतरा रोड़ थाना क्षेत्र के उसरोट ग्राम में एक आदिवासी युवक ने कल दोपहर फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली। परिजन का आरोप हैं कि मृतक के चचेरे भाई ने छेड़छाड के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी थी, जिससे डर के मृतक ने आत्महत्या की है। शिकायत के बाद कोतरा रोड़ के एक ASI को निलंबित कर दिया। सुबह होते ही ASI समेत तीन के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया है।

मामले में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ के उसरौट गांव के ईश्वर प्रसाद सिदार पिता मोहन सिदार और उसके चचेरे भाई रमेश सिदार के बीच मारपीट हो गई थी। मारपीट के बाद रमेश सिदार ने इसकी एफआईआर कोतरा रोड थाने में करवाई थी। परिजनों का आरोप हैं कि परिवार को फोन कर पुलिस कर्मियों ने थाने में बुलाया और कार्यवाही के नाम पर दिन भर बैठा कर रखा गया। उसके बाद एक पुलिस कर्मी ने बाहर ले जा कर मामले को रफा दफा करने के लिये 20 हजार रुपये की मांग की। परिजनों का आरोप हैं कि हमने पैसो का इंतजाम के लिए कुछ दिनों का समय मांगा था पर कल सुबह मृतक के चचेरे भाई रमेश सिदार से मृतक की फिर लड़ाई हो गई और रमेश सिदार ने उसे छेड़छाड़ के मामले में फ़सवा कर जेल भिजवाने की धमकी दी थी। जिस कारण ईश्वर परेशान था और उसने घर मे फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजन रात में ही पुलिस अधीक्षक आफिस पहुँच गए और वहां उन्होंने एसपी से मुलाकात की। सूचना मिलने पर रात को ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा अपने ऑफिस पहुँच गए औऱ परिजनों से मुलाकात की। परिजनों ने पुलिस अधीक्षक के सामने आरोप लगाया कि घर के दीवार पर मरने से पहले मृतक ने गांव के एक व्यवसायी नमो पटेल और चंद्रा पुलिस ने मेरी जान ली हैं लिख कर आत्महत्या की है। मृतक के पिता मोहन लाल सिदार का आरोप हैं कि गांव के व्यवसायी नमो पटेल के कहने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की हैं। परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोप के आधार पर एसपी के द्वारा तत्काल ही कोतरा रोड थाने के एएसआई अर्जुन चंद्रा को निलंबित कर दिया गया। एसपी द्वारा उचित कार्यवाही का आश्वशन देने पर परिजन लौट गए।

पूर्व जिला पंचायत सदस्य समेत एएसआई के खिलाफ अपराध दर्ज

मृतक ने मरने से पहले घर की दीवार पे लिखा था कि “नमो पटेल व चंद्रा पुलिस ने मेरी जान ली है” जिसके आधार पर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर कोतरा रोड़ थाने में नमो पटेल, मृतक के चचेरे भाई रमेश सिदार और एएसआई चंद्रा के नाम पर आत्महत्या के लिये उकसाने के नाम से धारा 306,34 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया हैं। इनमें से नमो पटेल पूर्व में कांग्रेस के समर्थन मे जिला पंचायत सदस्य बने थे। परिजनों ने बताया कि मृतक के चचेरे भाई ने उसे छेड़छाड़ के झूठे मामले में फ़सवाने की धमकी दी थी। जिसके चलते वह परेशान था और उसने आत्महत्या की है जिसके चलते उसके चचेरे भाई पर भी एफआईआर की गई हैं।

चौथी पास था मृतक,पूर्व में भी रहा है आपराधिक रिकार्ड:-

गांव के सूत्रों की माने तो मृतक आदतन शराबी था।फरवरी माह में भी उसके खिलाफ मारपीट की एफआईआर दर्ज की गई थी। सूत्रों के अनुसार कल भी रमेश सिदार के परिवार से उसका विवाद हुआ था जिसके बाद रमेश सिदार व अन्य लोग ईश्वर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने थाना जा रहे थे।रमेश सिदार ने उसे छेड़छाड़ के मामले में फ़सवाने की धमकी दी थी। रमेश सिदार द्वारा छेड़छाड के मामले में फ़सवाने के डर से मृतक के आत्महत्या की बात गांव में कही जा रही हैं। वही मृतक सिर्फ चौथी कक्षा तक पढ़ा है और उसने दीवाल में अमुक व्यक्ति के नाम से जान दे रहा हु न लिख कर अमुक व्यक्तियों ने जान ली हैं लिखा है। गांव वालों में इस बात की भी चर्चा है कि कोई मृतक मरने के बाद अपने जान लेने वाले के खिलाफ़ कैसे लिख सकता हैं। पुलिस भी इस दिशा में जांच कर रही है कि दीवाल पे मृतक की ही राइटिंग हैं या अन्य किसी की।फिलहाल प्राम्भिक तौर पर आरोपों के बाद एफआईआर दर्ज की गई हैं।

बाप बेटे के झगड़े में आपत्ति करने पर की थी मृतक ने चचेरे भाई से मारपीट, अब चचेरा भाई भी बना आरोपी:-

मृतक के चचेरे भाई रमेश सिदार के द्वारा दिनांक 13 अक्टूबर को की गई एफआइआर के मुताबिक मृतक ईश्वर प्रसाद सिदार औऱ उसके पिता मोहन सिदार आये दिन शराब पी कर आपस मे मारपीट व गाली गलौच करते थे। बाजू में घर होने के चलते रमेश सिदार के घर की भी शांति भंग होती थी। रमेश सिदार के द्वारा हल्ला करने से मना करने पर मृतक ने उसके साथ मारपीट की थी जिसकी एफआईआर उसने थाने में की थी।कल दुबारा हुई लड़ाई के बाद छेड़छाड़ के झूठे मामले में फ़सवाने कि धमकी रमेश सिदार ने उसे दी थी,जिसके डर से उसने आत्महत्या कि अब रमेश सिदार के ऊपर भी आत्महत्या के लिए उकसाने का एफआईआर दर्ज हुआ हैं।

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