लालच से दूर रहने पर डिजिटल फ्रॉड में आएगी कमी- आईजी डांगी, ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट की परीक्षा पास हुए, सौंपा गया प्रमाणपत्र और बेल्ट

बिलासपुर। रेंज के आईजी रतनलाल डांगी ने कहा कि कोरोनाकाल में चुनौती से निपटने पुलिस की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। पुलिस जनता के विश्वासों पर खरा उतरी है। आगे भी बेहतर काम से जनता का विश्वास कायम रखना है। आईजी ने सलाह देते हुए कहा कि यदि जनता लालच में न फंसे तो डिजिटल फ्राड होने की संभावना क्षीण हो जाती हैं।

आईजी डांगी दो दिवसीय प्रवास पर कोरबा पहुंचे थे। इस दौरान विभिन्न थाना-चौकी का निरीक्षण भी किया। प्रभारियों से जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश भी दिए। रविवार को तिलक भवन में डिजिटलाइजेशन की चुनौतियां, पुलिस-प्रेस पब्लिक की भूमिका विषय पर परिचर्चा में बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए। उन्होंने कहा कि डिजिटलाइजेशन की सुविधा का लाभ लोग ले रहे हैं। कोरोनाकाल में कई चुनौतियों से निपटने इसका सहारा भी लिया गया। घर से ही बैंको का लेन-देन हो जाना, डिजिटल माध्यम से होम डिलीवरी बड़ी सुविधा है। लेकिन डिजिटल तकनीक का उपयोग सावधानी व सतर्कता से करने की जरूरत है। क्योंकि इंटरनेट पर ठग गिरोह की सक्रियता बनी रहती है। लेकिन डिजिटलाइजेशन के फायदे हैं तो चुनौतियां भी बहुत है। पुलिस के लिए इन चुनौतियों से निपटने में प्रेस व पब्लिक सहयोगी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में वर्चुअल मीटिंग से बहुत फायदा हुआ। डिजिटल युग में सूचनाएं बिजली की गति से ट्रांसफर हो जाती है। डिजिटलाइजेशन से बहुत से फायदे हैं तो दूसरी तरफ सोशल मीडिया में महिलाओं व युवतियों के द्वारा शेयर की गई फोटो, वीडियो को एडिट कर या वायरल कर अपराध करने वालों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण रहता है। कोरोना काल अपराधियों के लिए फायदे वाला रहा। अपराध करने के बाद लॉकडाउन में ऐसी जगह छिप जाते थे जहां से पकड़ना मुश्किल हो जाता था। बलात्कार, चोरी, डकैती जैसी घटनाएं ज्यादा हुईं। ऐसे आरोपियों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती था। साइबर क्राइम भी धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं। जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कहा कि बदलते दौर में परिवर्तन को स्वीकार करना चाहिए। परिवर्तन को स्वीकार नहीं करने से संबंधों में खटास आ जाती है। समाज में रहने वाले सभी व्यक्तियों के लिए संवाद जरूरी है। परिचर्चा में वरिष्ठ पत्रकार मनोज शर्मा, कमलेश यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक तिवारी ने भी डिजिटलाइजेशन की चुनौतियां, पुलिस-प्रेस व पब्लिक की भूमिका विषय पर अपन विचार रखे। प्रेस क्लब की ओर से आईजी व एसपी का स्वागत किया गया। अंत में शॉल, श्रीफल व स्मृति चिह्न भेंट कर अतिथि द्वय को सम्मानित किया गया। पुलिस परिवार की ओर से भी आईजी व एसपी को स्मृति चिह्न भेंट किया गया। कार्यक्रम में एएसपी कीर्तन राठौर, डीएसपी मुख्यालय पदोन्नत एएसपी द्वय रामगोपाल करियारे और खोमनलाल सिन्हा, कोरबा सीएसपी योगेश साहू, कोतवाली टीआई विवेक शर्मा सहित समाजसेवी श्रीमती भगवती अग्रवाल, सुधा झा, शिक्षक संघ से ओम प्रकाश बघेल, पार्षद दिनेश सोनी, एस मूर्ति, पूर्व पार्षद महेश अग्रवाल, शिव अग्रवाल, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा के अलावा कोरबा प्रेस क्लब के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित रहे।कार्यक्रम के अंत में संक्रमण के दौर में बेहतर काम करने वाले कोरोना वॉरियर्स पुलिस अफसरों व कर्मियों को सम्मानित किया गया।

00 आईजी हुए ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट की परीक्षा पास

युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत व फिटनेस गुरु के नाम से अपनी पहचान बना चुके आईजी रतनलाल डांगी को दक्षिण कोरिया के वर्ल्ड ताइक्वांडो हेड क्वार्टर कुक्कीवान से मिले ताइक्वांडो बेल्ट प्रदान किया गया। व्यस्ततम कार्यों के बावजूद आईं जी रतनलाल डांगी ने ब्लैक बेल्ट की परीक्षा उत्तीर्ण की है। यह उनकी मेहनत का नतीजा ही है जो ताइक्वांडो संघ द्वारा उन्हें ब्लेक बैल्ट की उपाधी से नवाजा गया। संघ के प्रदेश महासचिव अनिल द्विवेदी ने इस अवसर पर उन्हें ब्लैक बेल्ट प्रदत कर प्रमाण पत्र प्रदान किया। ताइक्वांडो संघ द्वारा सीएसईबी के सीनियर क्लब में आयोजित कार्यक्रम में बतौर अतिथि कोरबा पुलिस कप्तान भोजराम पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे, जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नौशाद खान उपस्थित रहे। इस दौरान आईजी रतन लाल डांगी ने “सुरक्षित तन तो सुरक्षित मन” का मूल मंत्र बारीकी से साझा किया। उन्होंने सबसे अमूल्य चीज अपना शरीर होना बताया। यही वजह है कि योग,व्यायाम व खेल कूद के माध्यम से सदैव हर किसी से जुड़ कर रहने की बात कही।

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